कोरबा 03 मार्च 2023/राज्य शासन द्वारा संचालित मिलेट मिशन योजना अंतर्गत मोटे अनाजों कोदो, कुटकी एवं रागी फसलों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके उत्पादन से किसानों को अधिक मुनाफा होगा। सीमित संसाधन और कम पानी में भी कोदो, कुटकी, रागी फसल की अधिक उत्पादन होती है। जिससे किसानों की खेती लागत में कमी आती है। साथ ही किसानों की आय में अधिक वृद्धि होती है। उक्त जानकारी आज विकासखण्ड करतला के ग्राम बेहरचुंआ में आयोजित सूचना शिविर के माध्यम से किसानों की दी गई।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित जनहितकारी योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने के लिए जनसंपर्क विभाग द्वारा सूचना शिविर का आयोजन किया जा रहा है। सूचना शिविर से लोगों को योजनाओं और उसके लाभ के बारे में जानकारी मिल रही है। शिविर में जनसंपर्क विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं की जानकारी से संबंधित प्रचार पुस्तिकाओं जैसे हमर माटी हमर कलेवा हमर तिहार, भेट मुलाकात आपके साथ आपकी बात, न्याय के चार साल, जनमन पत्रिका एवं संबल आदि पुस्तिकाओं का वितरण किया गया। सूचना शिविर में शिक्षा विभाग, खाद्य विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, महिला बाल विकास विभाग, उद्यानिकी विभाग, राजस्व, कृषि, वन, विद्युत विभाग एवं क्रेडा सहित अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित होकर लोगों को अपनी-अपनी विभागों में संचालित योजनाओं की जानकारी दी। साथ ही लोगों से उनकी समस्याओं और मांगो से संबंधित आवेदन भी लिए गए।
सूचना शिविर में रामपुर क्षेत्र के पूर्व विधायक श्री श्यामलाल कंवर, जनपद सदस्य श्री रामप्यारे बिंझवार, सीईओ जनपद पंचायत करतला श्री एम. एस. नागेश, तहसीलदार करतला श्री पंचराम सलामे, सरपंच बेहरचुंआ श्री उपेंद्र सिंह राठिया सहित बेंदरकोना, चैनपुर, रामपुर, खुटाकुड़ा एवं अन्य गांवों के जनप्रतिनिधि और नागरिकगण मौजूद रहे।
सूचना शिविर में लोगों को गोधन न्याय योजना, शहीद महेंद्रकर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना, महिला कोष, हाफ बिजली बिल योजना, वृक्ष संपदा योजना सहित अन्य योजनाओं की विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। कृषि विभाग द्वारा जैविक खेती में मददगार गौमूत्र से निर्मित जैविक कीटनाशक ब्रम्हास्त्र के बारे में जानकारी दी गई। रासायनिक और हानिकारक कीटनाशकों के प्रभाव से फसल को बचाने के लिए ब्रम्हास्त्र अधिक मददगार है। इससे फसलों को कोई नुकसान नहीं होता और कीट से भी राहत मिलती है। यह महंगे रासायनिक दवाईयों की तुलना में काफी सस्ता है। जिससे किसानों की भी आर्थिक बचत होती है। शिविर में मछली पालन विभाग द्वारा किसानों के लिए हितकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। पशुधन विभाग द्वारा राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजना तथा पशुपालन के लिए किसानों को दी जाने वाली अनुदान के बारे में बताया गया। बैकयार्ड कुक्कुट पालन इकाई के तहत मुर्गी पालन के लिए दिए जाने वाले अनुदान के बारे में बताया गया। साथ ही बकरी पालन के तहत उन्नत नस्ल के बकरियों के पालन के लिए शासन द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में बताया गया। उल्लेखनीय है कि सभी विकासखण्डों में एक-एक दिवसीय सूचना शिविर का आयोजन किया जा रहा है। 04 मार्च को विकासखण्ड पाली के ग्राम हरदीबाजार में सूचना शिविर का आयोजन किया जाएगा।