लोक जनशक्ति पार्टी (रा.) के जिला अध्यक्ष ने कलेक्टर कोरबा को पत्र शौप्ते हुए मांग किया कि के.आर. डहरिया ;मूल पद -व्याख्याता सहायक संचालक, कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा को कार्यमुक्त कर मूल
शाला .उ.मा.वि. छिंदपुर में पदस्थ करने किया जाए, प्रमाण स्वरूप दुबे जी ने अपने पत्र में कुछ बातों का जिक्र करते हुए निम्न दस्तावेज भी कलेक्टर को सौंपे, हैं
, 1. छत्तीसगढ शासन शिक्षा विभाग मंत्रालय ,महानदी भवन नवा रायपुर अटल नगर-492002 का आदेश क्रमांक एफ1-32/2023/20-2 दिनांक 03.10.2023
2. सहायक शिक्षक से प्रधान पाठक प्राथमिक शाला पदोन्न्ति- पदांकन के समय के.आर.डहरिया द्वारा संलंग्न पद का रूतबा दिखाते हुए मनचाहे पदांकन हेतु जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा में पदस्थ सहायक ग्रेड 3 देवनारायण चौकसे को लिखीत में दी गई सिफारिषों की छायाप्रतियां,
3. सहायक शिक्षक से प्रधान पाठक प्राथमिक शाला पदोन्न्ति- पदांकन में अनियमितता की जनचौपाल मे किया गया शिकायत टोकन नम्बर 2050123004958 में भी के आर डहरिया के कृत्य का उल्लेख
4. प्रतिश्ठित समाचार पत्रों में के.आर.डहरिया के कृत्य की छायाप्रति
5. के.आर.डहरिया द्वारा कार्यालय के भीतर ही प्रार्थी शिक्षको को धमकाने की वीडीयो सी.डी. है,, दुबे जी ने कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा में सहायक संचालक के पद पर संलग्न के.आर. डहरिया जिसका मूल पद व्याख्याता- शा.उ.मा.वि छिंदपुर विकासखण्ड पोडी उपरोडा है। इनके द्वारा जिला कोरबा में प्रधान पाठक प्राथमिक शाला पदोन्नति के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी से सांठ गांठ कर कुछ शिक्षको के मनचाहे स्थान पर पदांकन हेतु लिखीत रूप से कार्यालय के सहायक ग्रेड देवनारायण चौकसे को निर्देषित किया गया था। इसके बावजूद भी जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा इन्हे काउंसल्रिग समिति में शामिल मिल किया गया था, जिससे प्रधान पाठक पदोन्नति पदांकन की पूरी प्रक्रिया संदेह के दायरे में आ गई। प्रक्रिया के दौरान काफी शिकायते भी हुई है। बडी संख्या में शिक्षक अपने पदस्थापना से संतुश्ट ना होकर माननीय न्यायालय की शरण लिए थे।
माननीय उच्च न्यायालय के शासकीय अधिवक्ता द्वारा भी संचालनालय को के आर डहरिया के इस कृत्य से अवगत कराया गया था, जिस पर छत्तीसगढ शासन द्वारा संदर्भित आदेशा नुसार कार्यवाही कर के आर डहरिया की दो वेतनवृध्दि रोकी गई है। जिले मे प्रमुख समाचार पत्रों एवं वेब न्यूज पोर्टल में भी के आर डहरिया के कृत्यों को प्रमुखता से छापा गया है। इसके बावजूद के.आर.डहरिया द्वारा शिक्षको के प्रतिनिधी मंडल को “मै सबसे बडा नेता हूु, मुझसे बडा कोई नही” कहकर धमकाया गया था जिसका वीडीयो सोषल मीडीया, न्युज पोर्टल आदि में जमकर वायरल हुआ और शासन प्रशासन की छवि खराब हुई।
दुबे ने कहा कि महोदय इस प्रकार के विवादित व्यक्ति मूल पद व्याख्याता होने के कारण जो नियमानुसार भी सहायक संचालक के पद के योग्य नही है, एवं इनके द्वारा किए गए गंभीर कृत्यों को नजर अंदाज आज पर्यंत तक इसके जिला शिक्षा अधिकारी की सह पर सहायक संचालक के पद पर बने रहने के कारण शासन प्रशासन की छवि धूमिल हो रही है, साथ ही शिक्षको में भी भीतर ही भीतर रोश व्याप्त है। आपसे निवेदन है कि तत्काल के आर डहरिया को सहायक संचालक, कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी के पद से मुक्त कर मूल शाला सा.उ.मा.वि छिंदपुर .विकासखण्ड पोडी उपरोडा मे पदस्थ करने हेतु आदेषित करने एवं कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी के विरूध्द किए गए विभीन्न शिकायतो की जांच करवाने की मांग किए है, शिकायत की कॉपी शिक्षा मंत्री एवं शिक्षा सचिव छत्तीसगढ़ शासन को भी भेजा गया है,