(4 बेबाक न्यूज़ टीवी) दिनांक 21/05/2023 को दर्री क्षेत्र के अयोध्यापुरी मोहल्ले में जो की (बांकी मोंगरा वृत्त) के अंतर्गत आता है आबकारी टीम जाकर एक (मंडल परिवार) के घर में गांजा होने के शक में लगभग 8- 9 लोगों को लेकर पहुंचती है, और दूसरे के घर के छत पर होते हुए मंडल परिवार के छत पर आकर जबरजस्ती पूर्वक सभी स्टाफ घर में घुसकर पूरे घर में रखें सामान को इधर-उधर फेंकने लगे और कहने लगे कि आप लोग दारू गाजा बेंचते हो हम आपके ऊपर कार्यवाही करने आए हैं जब घर में कोई भी मादक पदार्थ नहीं पाया गया तो, आबकारी टीम के द्वारा जिस घर में छापा मार कार्रवाई की गई थी छापा के वक्त उक्त घर में केवल महिला और बच्चियां ही थी, उक्त परिवार के अनुसार आबकारी टीम में शामिल महिला निरीक्षक/इंस्पेक्टर आदि के द्वारा मंडल परिवार के महिला सदस्यों से दो लाख रुपए की मांग की गई पैसा नहीं दिए जाने पर आबकारी टीम के द्वारा उक्त परिवार के सभी महिला/ बच्चियों के साथ मारपीट की गई और उनके दराज में रखे रुपए को ले लिया गया, और मंडल परिवार की कक्षा 9वी में पढ़ने वाली एक नाबालिक बच्ची को आबकारी विभाग की टीम अपने साथ जबरदस्ती पूर्वक गाड़ी में बैठा कर उठा ले गई, जब उक्त नाबालिक बच्ची को उठाकर आपकारी टीम बिना कोई जगह बताये अज्ञात जगह लेकर भागी, तब उसकी मां ने थाना दर्री में एक लिखित सूचना देकर अपने एवं अपने परिवार के साथ हुए अवैधानिक कृत्य अपहरण, मारपीट की लिखित शिकायत जब दर्री थाने को मिली, और उसकी खबर जब आबकारी टीम को पता चली तब आबकारी टीम के हाथ पाव फूल गए और वह नाबालिक बच्ची को लेकर तत्काल थाना दर्री पहुंची, क्योंकि आबकारी टीम के द्वारा अमर्यादित/ असंवैधानिक कृत्य किया गया था, और कुछ सोशल मीडिया में समाचार भी प्रकाशित हो गया था,चूंकि दूसरे दिन 22 मई को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का कार्यक्रम रामपुर विधानसभा में सुनिश्चित हो गया था, आबकारी विभाग अपने द्वारा किए गए कुकृत्य को उजागर ना हो जाए, इसलिए तत्काल मंडल परिवार पर दबाव बना कर उक्त परिवार से ही मेरी बेटी को आबकारी विभाग ने वापस कर दिया है इसलिए हम कोई कार्यवाही नहीं चाहते हैं ऐसा एक पत्र दर्री थाना में दबाव पूर्वक दिलवाया गया है, ऐसा उक्त परिवार भी कह रहा है,
यह कोई पहला मामला नहीं है जब आबकारी विभाग के द्वारा घूस लेने , मारपीट करने एवं फर्जी प्रकरण बनाने का डर दिखाकर अवैध वसूली के मामले का आरोप उनके ऊपर लग रहा पहले भी आम जनता के साथ-साथ कोरबा जिले के विधायक भी आबकारी विभाग पर झूठे प्रकरण बनाकर अवैध उगाही करने का आरोप लगा चुके हैं, जिस तरह से आबकारी विभाग के ऊपर दिन प्रतिदिन फर्जी प्रकरण बनाने एवं अवैध वसूली के आरोप लग रहे हैं, उससे कहीं ना कहीं कोरबा जिले के जनता का विभाग के प्रति आक्रोश उत्पन्न हो रहा है, वहीं पर सरकार के प्रति भी जनमानस के दिलो दिमाग में गलत भावना पैदा हो रही है, वर्तमान में पूरे प्रदेश में हुए आबकारी घोटाले की जांच एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ED भी कर रहा है और भ्रष्टाचार प्रमाणित भी हो रहा है,
लोक जनशक्ति पार्टी के जिला अध्यक्ष राजकुमार दुबे ने सहायक आयुक्त आबकारी से निवेदन करते हुवे तत्काल इसकी जांच कर दोषी अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, एवं कार्यवाही से मुझे भी अवगत कराया जाए, यदि एक सप्ताह के अंदर मामले की जांच कर उचित कार्यवाही नहीं की गई तो लोक जनशक्ति पार्टी (रा.) कोरबा के द्वारा कलेक्टर कोरबा को सूचना देते हुए आबकारी मंत्री के बंगले का घेराव करने के लिए मजबूर हो जाएगी और उसकी सारी जवाबदारी कोरबा आबकारी विभाग के साथ-साथ शासन प्रशासन की होगी क्योंकि आबकारी विभाग के द्वारा आए दिन पूरे जिले में अवैध उगाही की शिकायतें आम हो गई हैं, पूरे जिले में आबकारी विभाग के द्वारा कई फर्जी प्रकरण बनाकर लोगों को परेशान किया जा रहा है
(महोदय मेरे इस शिकायती पत्र की एक – एक प्रति बाल संरक्षण आयोग एवं महिला आयोग छत्तीसगढ़ शासन को भी भेजा जाए ताकि जांच और कार्यवाही पारदर्शी,निष्पक्ष एवं पुख्ता हो सके,)
नोट: लोक जनशक्ति पार्टी (रा.) जिला कोरबा, किसी भी मादक पदार्थों के अवैधानिक खरीदी- बिक्री या उपयोग – उपभोग के खिलाफ है, एवं कोरबा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे निजात (नशामुक्त अभियान )कार्यक्रम का समर्थन एवं स्वागत करती है,