ग्राम पंचायत व ब्लॉक करतला में संचालित शासकीय उचित मूल्य की दुकान (552002001)में विगत कई सालों से खाद्य निरीक्षक के संरक्षण में भ्रष्टाचार का ऐसा खेला खेला जा रहा है कि पूरा पीडीएस सिस्टम भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है विगत कई सालों से जहां प्रधानमंत्री अनाज कल्याण योजना के चावल की अफरा-तफरी की गई है,वही कई हितग्राहियों को कई माह तक पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न नहीं दिया गया है वही अप्रैल और मई 2023 में 2 माह का खाद्यान्न एक साथ वितरण करना था लेकिन दर्जनों हितग्राहियों को चावल, किसी को शककर चना व नमक नहीं दिया गया है जबकि वेबसाइट में पूरी मात्रा दर्ज करते हुए खाद्यान्न की कालाबाजारी कर दी गई है
दर्जनों हितग्राहियों को अप्रैल एवं मई 2023 की खाद्यान्न की प्राप्ति नहीं हुई है और ईपोस में फर्जी तरीके से मात्रा दर्ज कर दिया गया है इसके संबंध में जब हमने दुकान में कार्य करने वाले व्यक्ति से बात की तो सुनिए फर्जी वितरण दर्शाने के लिए कैसे खाद्य विभाग एवं पीडीएस संचालक की मिलीभगत से फर्जी आंकड़े एनआईसी में दर्ज किए गए हैं खाद्य निरीक्षक के संरक्षण में फर्जी वितरण विगत कई सालों से एनआईसी की वेबसाइटों में दर्ज हो रहे हैं जिसे खुद दुकान में कार्य करने वाले स्टॉप बता रहे हैं
खाद्य निरीक्षक के संरक्षण में भ्रष्टाचार की हद तो तब हो जाती है जब कई मृत व्यक्ति स्वयं आकर पीडीएस दुकान से अपने हक के खाद्यान्न को लेकर कब्रिस्तान चले जाते हैं यह सब खेला खाद्य विभाग एवं पीडीएस दुकान संचालक की मिलीभगत से ही संभव हुआ है पीडीएस में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए बहुत सारी प्रक्रिया, नियम, दिशा- निर्देश, सब भ्रष्टाचारियों के आगे नतमस्तक हो गए, पीडीएस का यह हाल करतला ब्लॉक के ब्लॉक ऑफिस के सीने पर भ्रष्टाचार की कील ठोक दी है, जब यह हाल करतला ब्लॉक के एसडीएम, ब्लॉक ऑफिस, खाद्य ऑफिस कार्यालय से कुछ कदम पर हो रहा है तो सुदूर अंचलों में बसे सीधे-साधे ग्रामीणों के साथ क्या होता होगा यह सहज अनुमान लगाया जा सकता है,,
जब घटतौलि के संबंध में हितग्राहियों से उनका पक्ष जाने की कोशिश की गई तो हितग्राहियों ने बताया जब हम पीडीएस दुकान से खाद्यान्न को लेकर आते हैं तो कभी 1 किलो, कभी 2 किलो कम उतरता है, हितग्राहियों ने कहा,
ग्राम पंचायत करतला के पीडीएस दुकान में हुए भ्रष्टाचार पर जब भारतीय खाद्य निगम के सलाहकार समिति छत्तीसगढ़ के पूर्व सदस्य माननीय राज कुमार दुबे जी एवं पी श्रीधर नायडू जी से चर्चा की गई तो उन्होंने यह कहा कि कोरबा जिले के पीडीएस का हाल बद से बदतर हो चुका है जिम्मेदार अधिकारियों व खाद्य निरीक्षकों के संरक्षण में भ्रष्टाचार पूरे जिले में अपनी पकड़ मजबूत कर चुका है यदि खाद्य निरीक्षक के तुगलकी फरमान से फर्जी वितरण एनआईसी में दर्ज किया गया है, तो यह एक बहुत गंभीर विषय है ,इसके लिए खाद्य अधिकारी, एसडीएम एवं कलेक्टर से चर्चा कर दोषी अधिकारियों ,कर्मचारियों पर कार्यवाही करवाई जाएगी ,