रायपुर।(4बेबाक न्यूज़ टीवी) दक्षिण पश्चिम मानसून की आगे बढ़ने की रफ्तार बढ़ने लगी है और अब इसकी आहट भी शुरू होने लगी है, लेकिन इसके पहले पूरे प्रदेश का हाल गर्मी से बेहाल है। मौसम विभाग ने मंगलवार व बुधवार के लिए प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में लू चलने की संभावना जताई है। साथ ही मंगलवार को रायपुर, बिलासपुर सहित 11 जिलों के लिए आरेंज अलर्ट और सरगुजा, जशपुर, बिलासपुर, रायपुर सहित 13 जिलों में बुधवार को लू चलने की संभावना है। रायपुर का अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया,जो सामान्य से सात डिग्री सेल्सियस ज्यादा है। इसी प्रकार न्यूनतम तापमान भी 31.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया,जो सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस ज्यादा है।
25 वर्षों का टूटा रिकार्ड
इन दिनों सुबह से तपिश शुरू हो जा रही है,जो दोपहर तक और बढ़ जाती है और गर्म हवाओं के साथ तपती धूप से लोग हलाकान हो गए हैं। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि जून की गर्मी में बीते 25 वर्षों का रिकार्ड टूट गया है। इससे पहले वर्ष 1998 में ही जून में ऐसी गर्मी पड़ी थी। बीते सात दिनों से लगातार रायपुर सहित प्रदेश भर में अधिकतम तापमान में छह से सात डिग्री की बढ़ोतरी है। दिन के अधिकतम तापमान के साथ ही रात का पारा भी बढ़ा है।
26 तक प्रदेश भर में पहुंचेगा मानसून
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि भले ही अभी कुछ दिन गर्मी से लोगों को और बेहाल होना होगा और लू के भी आसार है। लेकिन राहत वाली बात यह है कि दक्षिण पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है। प्रदेश भर में मानसून 26 जून तक पहुंचने की संभावना है। इसके साथ ही गुरुवार से अधिकतम व न्यूनतम तापमान में गिरावट भी शुरू हो जाएगा।
पक्षियों का भी हुआ हाल बेहाल
रायपुर सहित प्रदेश भर में लोगों का हाल गर्मी से बेहाल है। धमतरी जिले में गर्मी की वजह से सड़कों में कई जगहों पर पक्षी मृत अवस्था में दिखने लगे हैं। वहां 19 जून को एक कोयल व रामसहलाई पक्षी की मौत हुई। इनके मौत की वजह गर्मी बताई जा रही है। पशु चिकित्सकों का भी कहना है कि इस वर्ष गर्मी बहुत ज्यादा है और आम लोगों के साथ ही पक्षी भी इतनी अधिक गर्मी सहन नहीं कर सक रहे।
शरीर में पानी की कमी न होनें दे-स्वास्थ्य विभाग
प्रदेश में पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने भी लोगों को सचेत रहने कहा है।विभाग का कहना है कि शरीर में पानी की कमी न होने दें। लू से बचने के लिए सिर व कानों को कपड़े से अच्छी तरह ढंक लें।अत्याधिक मात्रा में पानी पीएं,अधिक समय तक धूप में न रहें।मुलायम सूती के कपड़े पहने। अधिक पसीना आने पर ओआरएस घोल पीएं।